Bangladesh Kab Astitva Mein Aaya & Azad Hua

Bangladesh का निर्माण कब और कैसे हुआ

क्या आप ये बात जानते है की Bangladesh भारत से अलग कैसे हो गया? आप में से अधिकतम लोग ये बात जानते ही होंगे की 1971 में पाकिस्तान से Fight के बाद भारत ने Bangladesh को पाकिस्तान से आजाद कराया था। लेकिन क्या आप ये बात जानते हैं की आखिर Bangladesh पाकिस्तान में शामिल कैसे हुआ था। या फिर उसके पाकिस्तान में शामिल होने की क्या जरूरत पड़ी थी? तो पूरी बात जानिए|

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Bangladesh Kab Astitva Mein Aaya

तो बात 1905 से शुरू करते हैं। जब Lord Curzon ने बंगाल राज्य का विभाजन यह कहकर कर दिया कि बंगाल राज्य Area में बहुत बड़ा है और इतने बड़े Area पर एक अकेला गवर्नर सही ढंग से शासन नहीं कर सकता है। उस समय बंगाल में बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम और आज का बांग्लादेश आता था, तो इस प्रकार पश्चिमी बंगाल और पूर्वी बंगाल के रूप में बंगाल का विभाजन हुआ। 

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West Bengal में बिहार और ओडिशा जैसे राज्य शामिल किए गए, और East Bengal में असम और ईस्ट बंगाल। यानी आज का Bangladesh शामिल किया गया, पर Lord Curzon ने बंगाल के विभाजन के पीछे जो कारण बताया वो सच नहीं था।

जबकि ऐसा करके ब्रिटिश सरकार हिंदू और मुस्लिमों में दरार डालना चाहती थी। जिसके विरोध में बंगाली लोग October 16, जिस दिन बंगाल का विभाजन हुआ था उस दिन को शोक दिवस के रूप में मनाना शुरू कर दिया। 

बांग्लादेश का निर्माण कब और कैसे हुआ
बांग्लादेश का निर्माण कब और कैसे हुआ

विभाजन का परिणाम यह हुआ की 1906 में मुस्लिम लीग की स्थापना हुई। यानि ब्रिटिश अपने काम में सफल हो गए थे। ब्रिटिश लोग हिंदू और मुसलमानों में जो दरार डालना चाहते थे, उसमे वो कहीं न कहीं सफल हो गए थे। विभाजन के विरोध में लोग विदेशी सामानों की होली जलाने लगे और स्वदेशी सामानों को अपनाने लगे। 

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जबकि बंगाल भारत का एक ऐसा राज्य था जो भारत को अंग्रेजों से मुक्त कराने के लिए जबरदस्त प्रयास कर रहा था। जिससे अंग्रेज डर गए और उन्होंने इस आंदोलन को रोकने के लिए विभाजन का सहारा लिया और बाद में 1911 में बंगाली लोगो के जबरदस्त विरोध के बाद बंगाल को दोबारा एक कर दिया गया और इसी साल देश की राजधानी जो कोलकाता है, उसे बदल कर दिल्ली कर दिया गया। 

लेकिन एक बार विभाजन करके अंग्रेजों ने मुसलमानों को भारत से अलग करने की नीव पहले ही डाल दी थी। नतीजा ये आया की 1947 में East Bengal जहाँ मुस्लिमों की संख्या ज्यादा थी। धर्म के आधार पर, आरोप East Bengal को भारत से अलग कर पाकिस्तान का राज्य बनाया गया। पाकिस्तान ने जमीन के भूख में, East Bengal को अपना हिस्सा तो बना लिया, पर उसने बंगाली लोगो और बंगाली भाषा को कभी भी अपनाया नहीं और ना ही योग्य सम्मान दिया। 

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बंगाली मुस्लिम हो या बंगाली हिन्दू हो, पाकिस्तान ने हमेशा बंगालियों का अपमान किया और उनके काले होने पर उनका अपमान किया। इस अपमान और अत्याचार के चलते वहाँ के लोगों ने पाकिस्तान से स्वायत्तता यानि autonomy की मांग की और इसी movement का ये फल निकला की east पाकिस्तान में एक नई party बनाई गई। 

जिसका नाम आवामी League रखा गया और जिसके नेता थे Sheikh Mujibur Rahman। जिनकी बेटी शेख हसीना आज Bangladesh का नेतृत्व कर रही है। 1970 में पाकिस्तान के आम चुनावों में east पाकिस्तान की party आवामी League चुनाव जीत गयी।

लेकिन पाकिस्तान के जनरल अयूब खान ने Sheikh Mujibur Rahman को प्रधान मंत्री बनने नहीं दिया। क्यूँकी वो एक बंगाली व्यक्ति को पूरे पाकिस्तान का प्रधानमंत्री नहीं बनाना चाहते थे। इसका मतलब वो बंगालियों के साथ भेदभाव करते थे, उन्हें अपमानित करते थे और इतना ही नहीं पाकिस्तान के जनरल ने Sheikh Mujibur Rahman को jail में डाल दिया। 

जिसके विरोध में वहाँ के लोगों ने हड़ताल शुरू कर दिया ये देख कर पाकिस्तानी आर्मी वहाँ के लोगो को दबाने का काम करने लगी और वहाँ की औरतों को रेप करने लगे। इतने ज्यादा अत्याचार को देख कर बंगाली लोगो ने मुक्ति वाहिनी नाम की संगठन बनाई। 

पाकिस्तान के अत्याचार से बंगाली लोग भारत में शरण लेने लगे। जिससे भारत के resources पर काफी बड़ा असर पड़ा, तभी लगभग एक Crore बंगाली भारत में पाकिस्तान के अत्याचार के बाद शरण ले लिए आये थे और इतनी जनसंख्या को संभालने के लिए जो resources लग रहे थे उससे भारत को काफी नुकसान हो रहा था। 

Bangladesh Pakistan Se Kab Alag Hua
Bangladesh Pakistan Se Kab Alag Hua

Bangladesh Kab Azad Hua Tha

नतीजतन भारत ने पूर्वी बंगालियों का साथ देते हुए 26 मार्च, 1971 में Bangladesh को पाकिस्तान से आज़ाद कराया। स्वतंत्रता की लड़ाई नौ महीने तक चली और इस दौरान Bangladesh में लाखों लोगों ने कठिनाई और पीड़ा सहन की। 

26 मार्च को हर साल Bangladesh Independence Day Celebration मनाया जाता है, जो देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले लोगों के बलिदान और बहादुरी का सम्मान करता है। यह दिन Bangladesh के लिए राष्ट्रीय गौरव और एकता का प्रतीक बना हुआ है। देखा जाए तो बांग्लादेश को भारत से अलग करने का षड्यंत्र अंग्रेजों ने ही किया। 

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उन्होंने राज करने के लिए divide and rule का concept अपनाया और इस प्रकार पाकिस्तान के ही बहाने पूर्वी बंगाल भारत ऐसी अलग हुआ। 

Bangladesh Bharat Se Kab Alag Hua

1947 में जब ब्रिटिश भारत दो राष्ट्रों-भारत और पाकिस्तान में विभाजित हुआ, तब बांग्लादेश भारत से अलग हो गया। उस समय, वर्तमान बांग्लादेश पाकिस्तान का हिस्सा था और इसे पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था। यह विभाजन धार्मिक आधार पर हुआ था, जिसमें पूर्वी पाकिस्तान मुख्य रूप से मुस्लिम बहुल क्षेत्र था। 1971 में बांग्लादेश के रूप में स्वतंत्र देश बन गया। हालाँकि भारत से अलगाव 1947 में हुआ था, लेकिन लंबे संघर्ष के बाद 1971 में Independence Day of Bangladesh के रूप में अपनी पहचान बनाई।

Conclusion

अंत में, 26 मार्च, 1971 को Bangladesh की Swatantra Hua, और उसके इतिहास में एक गौरवपूर्ण क्षण है। वर्षों के संघर्ष और बलिदान के बाद, लोगों ने स्वतंत्रता प्राप्त की, जिससे एक नए राष्ट्र का जन्म हुआ। आज, यह दिन साहस और राष्ट्रीय गौरव के उत्सव के रूप में मनाया जाता है।

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